सौर ऊर्जा का बढ़ावा देने के लिए सरकार नागरिकों को Solar Panel लगाने के लिए सब्सिडी प्रदान कर रही है। लेकिन क्या बिना सब्सिडी वाले सोलर पैनल में ज्यादा फायदा होता है? यह सवाल कई लोगों के मन में आता है। इस लेख में हम दोनों विकल्पों की तुलना करेंगे और जानेंगे कि किसमें अधिक लाभ है।
सब्सिडी वाले सोलर सिस्टम के फायदे और नुकसान
फायदे:
- कम कीमत: सरकार की सब्सिडी से सोलर सिस्टम की लागत काफी कम हो जाती है।
- सौर ऊर्जा को बढ़ावा: आम नागरिकों के लिए सौर ऊर्जा अपनाना आसान हो जाता है।
- सरकारी योजना का लाभ: भारत सरकार की सोलर रूफटॉप योजना और पीएम घर योजना के तहत यह सुविधा दी जा रही है।
नुकसान:
- लंबी प्रक्रिया: सब्सिडी पाने के लिए पहले आवेदन करना होता है और फिर स्वीकृति मिलने में समय लगता है।
- सीमित विकल्प: आपको उन्हीं सोलर पैनलों को चुनना होगा जिन पर सरकार सब्सिडी देती है।
- बैटरी बैकअप नहीं: सब्सिडी केवल ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम पर मिलती है, जिसमें बैटरी बैकअप नहीं होता।
बिना सब्सिडी वाले सोलर सिस्टम के फायदे और नुकसान
फायदे:
- कोई प्रतिबंध नहीं: आप अपनी पसंद के किसी भी ब्रांड और गुणवत्ता के सोलर पैनल चुन सकते हैं।
- तेजी से इंस्टॉलेशन: बिना किसी सरकारी प्रक्रिया के सीधे सोलर सिस्टम खरीदकर इंस्टॉल करा सकते हैं।
- बैटरी बैकअप उपलब्ध: ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम चुन सकते हैं, जिसमें बैटरी बैकअप की सुविधा होती है।
नुकसान:
- महंगी लागत: बिना सब्सिडी के सोलर सिस्टम की कीमत अधिक होती है।
- कोई सरकारी सहायता नहीं: इसमें किसी प्रकार की आर्थिक सहायता नहीं दी जाती है।
सब्सिडी बनाम बिना सब्सिडी – कौनसा सोलर सिस्टम सही रहेगा?
अगर आप कम बजट में सोलर सिस्टम लगाना चाहते हैं, तो सब्सिडी वाला सोलर सिस्टम सही रहेगा। वहीं, अगर आपको रात में भी बैकअप चाहिए या अपनी पसंद का सोलर पैनल चुनना है, तो बिना सब्सिडी वाला सोलर सिस्टम बेहतर होगा।
सब्सिडी और बिना सब्सिडी की कीमत की तुलना:
सोलर सिस्टम | बिना सब्सिडी कीमत | सब्सिडी के बाद कीमत |
---|---|---|
1KW | ₹60,000 | ₹30,000 |
2KW | ₹1,20,000 | ₹60,000 |
3KW | ₹1,80,000 | ₹1,02,000 |
निष्कर्ष
अगर आपको कम खर्चे में सोलर सिस्टम चाहिए और ऑन-ग्रिड सिस्टम ठीक है, तो सब्सिडी वाला सोलर सिस्टम बेहतर रहेगा।
यदि आपको बैटरी बैकअप चाहिए और बिना किसी सरकारी प्रक्रिया के तेजी से सोलर इंस्टॉलेशन करवाना है, तो बिना सब्सिडी वाला सोलर सिस्टम सही रहेगा।
अब फैसला आपका है – सब्सिडी वाला सोलर सिस्टम या बिना सब्सिडी वाला?